इसे पार करने में फेल है धरती की हर स्पीड
शिरीष श्रीवास्तव
दिन के उजाले में बिल्कुल साफ दिखते आसमान पर सूरज कि किरणें छिपते ही तारों का कब्जा हो जाता है। टिमटिमाते करोड़ाें सितारे हर किसी को आकर्षित करते हैं| भारत के लोग सप्तर्षि तारा मंडल को श्रद्धाभाव से देखते हैं! ध्रुव तारा श्री विष्णु की भक्ति का पर्याय बन जाता है! मिस्र के लोग ओरायन नक्षत्र की ओर देखते हुए समुद्र के बेटे आेरायन के जल्द लौटने की कामना करते हैं!
लेकिन अनंत ब्रह्मांड से जुड़ी सबसे बड़ी कामना है इन तक पहुंचने का! गैलेलियो के टेलीस्कोप अविष्कार ने लोगों में ब्रह्मांड के प्रति रुचि पैदा की! फिर शुरू हुआ धरती से बाहर कदम रखने का सिलसिला! कई शतक बीतने के बाद भी इंसान के कदम सिर्फ चांद तक ही पहुंच सके! पर तकनीकि की मदद से इंसान अन्य ग्रहों तक भी पहुंच पाये! ब्रह्मांड के आगे यह सफर धूल के करोड़वें हिस्से के बराबर है!
सितारों तक पहुंच का सफर कितना दुर्गम है इसका अंदाजा कराने को हमारा साैरमंडल ही काफी है! ऐसे सफर के लिये हम इंसानों की चुनाैती एक तेज गति स्पेश यान और ईंधन तो है ही पर जो सबसे बड़ी चुनौती है वह है हमारी उम्र! क्योंकि वहां तक न केवल पहुंचने के लिये बल्कि वहां से लौटकर अपने अनुभव बताने के लिये हमारा जिंदा रहना भी तो जरूरी है!
चलिये चलते हैं एक मनोरंजक सफर पर! जानते हैं कि दुनियां के सबसे तेज गति वाले इंसान, वाहन और यान यदि केवल सौरमंडल से ही बाहर निकलने का प्रयास करें तो कितना समय लगेगा इन्हें गंतव्य तक पहुंचने में!
सफर शुरू करने से पहले कुछ जानकारी सौरमंडल क्षेत्र के बारें में भी कर लेते हैं! सूर्य से निकलने वाली सोलर वेब्स सौरमंडल के चारों ओर एक बुलबुलेदार धुएं का घेरा बनाती हैं जिसे विज्ञान की भाषा में कहते हैं हेलियोपॉस (Heliopause). किसी भी दिशा या कोण से इसकी दूरी सूर्य से 18 billion किलोमीटर यानी 18 अरब किलोमीटर है! यदि world record गति हासिल करने वाले इंसान और यान यहां तक पहुंचने का प्रयास करें तो उन्हें कितना समय लगेगा! यहां शर्त बस इतनी होगी कि उन्हें बिना रुके और बिना थके इस दूरी तक पहुंचने के लिये अपनी अधिकतम गति से ही दौड़ते रहना होगा!
कितना तय करना होगा सफर
वैसे तो सूर्य और हेलियोपॉस की दूरी 18 अरब किमी है! जब हम इस सफर पर चलेंगे तो हमारे सफर के 15 करोड़ किमी कम हो जायेंगे क्यों पृथ्वी की दूरी सूर्य से 15 करोड़ किमी के लगभग है! क्योंकि हमारा सफर पृथ्वी से शुरू होगा इसलिये हमारा सफर भी 15 करोड़ किमी कम हो जायेगा! अब हमारी और हेलियोपॉस की दूरी 17 अरब 85 करोड़ किमी रह जायेगी!उम्र के साथ-साथ आक्सीजन, भोजन-पानी, मेडीसिन आदि उसके लिये एक न हल होने वाली चुनौतियां होंगी
शुरुआत करते सबसे तेज धावक उसेन बोल्ट से:-
100 मीटर की दूरी को महज 9.57 सेकेंड में पार कर उसेन बोल्ट ने एक कीर्तीमान हासिल कर रखा है! मतलब एक सेकेंड में करीब 11 मीटर यानि एक घंटे में करीब 40 किमी, एक दिन में 960 किमी और एक साल में तीन लाख 50 हजार 400 किमी!
यदि उसेन बोल्ट को सौरमंडल के छोर तक दौड़ने का कहा जाये तो उन्हें यहां बिना रुके-बिना थके अपनी इसी सबसे तेज गति से भी पहुंचने में 50941.78 साल लग जायेंगे!
दूसरे नंबर पर हैं तेज साइकिलिंग करने वाली डेनिस मूलर केरनेक (Denies Mueller Karenek) -
1995 में डेनिस ने सबसे तेज साइकिलिंग का कीर्तिमान बनाया था! उनकी साइकिलिंग की गति थी 296 किमी प्रति घंटे! यानी इस टॉप स्पीड से सफर करते हुए डेनिस एक दिन में 7104 किमी और एक साल में 25 लाख 92 हजार 960 किमी का सफर तय करेंगी! इतनी गति से भी लगातार चलते हुये डेनिस को सौरमंडल के छोर तक पहुंचने में 6884.02 साल लग जायेंगे!
तीसरे नंबर पर है जापान की बुलेट ट्रेन-
गति 603 किमी/घंटा, 14472 किमी/दिन और 52 लाख 82 हजार 280 किमी/वर्ष
यह गति भी हेलियोपॉस तक पहुंचने में 3379.22 साल लगायेगी!
चौथे नंबर पर हैं बाइक रेसर रॉकी रॉबिन्सन
25 sep 2010 को रॉकी ने 605.697 किमी/घंटे की रफ्तार से बाइक दौड़ाई थी!
इस रफ्तार से चलने पर वह एक दिन में 14544 किमी और एक साल में 53 लाख 8 हजार 560 किमी जायेंगे! उन्हें निश्चित गति को प्राप्त करने में 3362.49 साल लगेंगे!
अगला नंबर है कार रेसर एंडी ग्रीन का! अपने कैरियर व कार रेसिंग की सबसे तेज दौड़ लगाने वाले एंडी की कार की स्पीड थी 1227.985 किमी/घंटे!
निश्चित दूरी की दौड़ में यह एक दिन में 29472 किमी और एक साल में एक करोड़ 7 लाख 57 हजार 280 किमी तक जायेंगे! पूरी दूरी पार करने में 1659.34 साल लगेंगे!
छठे नंबर पर है अमेरिका का नॉर्थ अमेरिकन एयरक्राफ्ट
7200 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाला यह एयर क्राफ्ट एक दिन में एक लाख 72 हजार 800 किमी जायेगा और एक साल में 6 करोड़ 30 लाख 72000 किमी दूरी तय करेगा! यह अधिकतम स्पीड भी इस यान को हेलियोपॉस तक ले जाने में 283 साल लगायेगी!
धरती का सबसे तेज यान है जूनो प्रॉब ब्रिफली! यह एक स्पेश शटल है! यह अधिकतम दो लाख 66 हजार किमी/घंटा की रफ्तार तक पहुंचने में सफल हुआ है! यदि यह गति ही इस यान की रहे तो एक दिन में यह यान 63 लाख 84 हजार किमी जायेगा और एक साल में 2 अरब 33 करोड़ एक लाख 60 हजार तक जायेगा! हेलियोपॉस तक पहुंचने में इसे 7.66 साल लगेंगे!
आखिर में आता है ब्रह्मांड का सबसे फास्टेस्ट मैटर यानि प्रकाश! जिसकी रफ्तार है तीन लाख किमी/सेकेंड! एक करोड़ 80 लाख किमी/मिनट! एक घंटे में एक अरब 8 करोड़ किमी/घंटे! इस स्पीड से महज 17 घंटे में ही प्रकाश हेलियोपॉस तक पहुंच जायेगा!
उम्र के साथ-साथ आक्सीजन, भोजन-पानी, मेडीसिन आदि उसके लिये एक न हल होने वाली चुनौतियां होंगी
अभी हमारी तकनीकि इतनी आगे नहीं हो सकी है कि हम प्रकाश की गति से चलने वाला यान बना सकें! भविष्य में यदि हम ऐसा स्पेशक्राफ्ट बना सके तो भी हम यात्रा कर पायेंगे इसकी पूरी गारंटी नहीं होगी! ऐसा किसलिये यह हम जानेंगे अपनी अगली कड़ी में......
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शिरीष श्रीवास्तव
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