क्या हुआ जो पौने तीन करोड़ के डीजल-पेट्रोल की डेली बिक्री पर लगा ब्रेक
कोरोना वायरस के चलते जिले में है लॉक डाउन
बाइक और कारों के साथ अन्य वाहनों के चलने पर है रोक
पेट्रोल पंप पर डीजल की 50 प्रतिशत वहीं पेट्रोल की 75 प्रतिशत बिक्री हुई कम
आर मिश्रा
लखीमपुर-खीरी। कोरोना वायरस ने लोगों के पेट्रोल डीजल पर हो रहे खर्चे पर लगाम लगा दी है। लॉकडाउन के चलते वाहनों पर लगी रोक के चलते रोजाना जिले में वाहनों में डीजल पेट्रोल के तौर पर खर्च होने वाली करीब पौने तीन करोड़ रुपए की बचत लोगों की करा रहा है। लॉकडाउन में पेट्रोल पम्प की डीजल की ब्रिकी जहां पचास प्रतिशत कम हुई है वहीं पेट्रोल की बिक्री 75 प्रतिशत से अधिक कम हो गई है।
जिले भर में करीब ढाई लाख से भी अधिक निजी और सार्वजनिक वाहन है। निजी वाहनों की बात करें तो एक बाइक में औसतन 100 से 150 रुपए का पेट्रोल पड़ ही जाता है। वहीं कार की बात करें तो इसका औसतन एक दिन में 500 रुपए का तेल पड़ता ही है। इस तरह से जिलेभर में इन वाहनों के जरिए पेट्रोल की बिक्री एक दिन की करीब 15,840,000 रुपए होती है वहीें डीजल के रूप में रोजाना इसकी बिक्री 11,340,000 रुपए की आम दिनों में होती है। लॉक डाउन के चलते मौजूदा समय में पेट्रोल की बिक्री 75 प्रतिशत और डीजल की बिक्री 50 प्रतिशत कम हो गई है। डीजल की बिक्री गांव क्षेत्र में कृषि कार्य होने की वजह से तब भी सही हो रही है।
इस तरह से रोजाना पेट्रोल पदार्थ की तौर पर रोजाना जिले में 2 करोड़ 71 लाख 80 हजार रुपए वाहन न चलने के चलते लोगों के बच रहे हैं।
अधिकारी ने कही ये बात
सेल्स अधिकारी इंडियन ऑइल खीरी चितांश सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के चलते डीजल और पेट्रोल की बिक्री काफी कम हो गई है। डीजल की 50 प्रतिशत और पेट्रोल की 75 प्रतिशत कमी हुई है।
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