लखीमपुर खीरी में 172.09 करोड की कुल आठ परियोजनायें निर्माणाधीन, मुख्यमंत्री ने की समीक्षा

लखीमपुर खीरी में  172.09 करोड की कुल आठ परियोजनायें निर्माणाधीन, मुख्यमंत्री ने की समीक्षा



विकास कार्यों में लापरवाही क्षम्य नहीं: सीएम

मुख्यमंत्री ने वीसी से की विकास कार्यों की समीक्षा दिये निर्देश


कहा, सामुदायिक शौचालय व ग्राम पंचायत भवन के निर्माण संबंधी कार्यों को प्राथमिकता से कराया जाये पूर्ण


देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर-खीरी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद  के जनप्रतिनिधियों तथा जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के साथ लखनऊ मण्डल के जनपदों की विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान जनपद लखीमपुर खीरी के विकास कार्यों की समीक्षा की।
  
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला सूचना एवं विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) में वीडियो कान्फ्रेसिंग में सम्मिलित होकर बिन्दुवार जनपद में किये जा रहे अनवरत विकास कार्यों के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री द्वारा 10 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने अवगत कराया कि जनपद लखीमपुर खीरी में  172.09 करोड की कुल आठ परियोजनायें निर्माणाधीन है, जिनमें दो सड़क निर्माण, एक नगर पंचायत मैलानी में आडिटोरियम, बैकेंट हाल आदि का निर्माण, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अन्र्तगत जनपद लखीमपुर खीरी में कृषि महाविद्यालय कैंपस की स्थापना का कार्य, दुधवा नेशनल पार्क के काॅरिडोर का निर्माण, दुधवा नेशनल पार्क में रेस्ट हाउस तथा मार्ग उच्चीकरण, राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र मझरा में स्थिति अनावासीय भवनों एवं पशुओं के शेड के मरम्मत एवं नवनिर्माण तथा बाहय स्थल तथा पलिया में ट्रांजिंट हाॅस्टल हेतु 108 नग भवनों का निर्माण सम्मिलित है। जिसमें मोहम्मदी बरबर जहानीखेड़ा सड़क मार्ग का कार्य आगामी 17 अगस्त तथा लखीमपुर शारदानगर ढखेरवा मार्ग का निर्माण आगामी 31 अक्टूबर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। इसी प्रकार नगर पंचायत मैलानी के आडिटोरियम एवं बैकंेट हाॅल का निर्माण आगामी 30 सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अन्र्तगत जनपद लखीमपुर खीरी में कृषि महाविद्यालय कैंपस की स्थापना का कार्य प्रगति पर है तथा इसे आगामी 31 मार्च तक पूर्ण कर लिया जायेगा। दुधवा नेशनल पार्क के काॅरिडोर का विकास कार्य आगामी दिसम्बर तक तथा इसके रेस्ट हाउस तथा मार्ग उच्चीकरण का कार्य आगामी अक्टूबर, राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र मझरा में स्थिति अनावासीय भवनों एवं पशुओं के शेड के मरम्मत एवं नवनिर्माण तथा बाहय स्थल का कार्य अक्टूबर तक, तथा पलिया में ट्रांजिंट हाॅस्टल हेतु 108 नग भवनों का निर्माण का कार्य आगामी मार्च तक पूर्ण कर लिया जायेगा। सीएम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व नगरीय, सड़क निर्माण, पेयजल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों की भी समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सांसद विकास निधि व विधायक विकास निधि के योजना के अन्तर्गत जनपद में कराये गये कार्यो की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया इन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराया जाय। वहीं सीएम ने गन्ना मुल्य, गौवंश आश्रय स्थलों की भी समीक्षा की। 

कोविड से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध


समीक्षा के दौरान कोविड-19 के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि अबतक जनपद में अब तक 94738 टेस्ट किये जा चुके है जिसमें 4544 व्यक्ति कोविड संक्रमित मिले, इसमें 3657 व्यक्ति उपचार उपरांत स्वस्थ हो चुके है तथा वर्तमान में जनपद में 839 एक्टिव केसेज है। जनपद में कुल 220 कंटेनमेंट जोन है। जिसके लिए 400 टीमें गठित की गई है तथा 1348 निगरानी समितियों सक्रियता से फीड में काम कर रही है। जिले में लेवल वन एवं लेवल-02 चिकित्सालय में कुल 280 बेड है। जिसमें 20 आईसीयू बेड है। वर्तमान में कुल 55 संक्रमित उपचार हेतु चिकित्सालय में एडमिट है।

थारू शिल्प ग्राम की हुई स्थापना


समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि थारू जनजाति क्षेत्र के समग्र विकास हेतु 174.79 लाख की लागत से थारू शिल्प ग्राम की स्थापना की गई। जिसमें एक थारू हैरिटेज वर्क रोड, 10 थारू शिल्प विक्रय/प्रदर्शन केन्द्र, एक थारू शिल्प वस्त्र एवं प्रशिक्षण केन्द्र, एक थारू रेस्टोरेंट, चार थारू हट, एक थारू नृत्य संगीत केन्द्र, 10 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं एक थारू म्यूजियम का भी सम्मिलित है। डीएम ने बताया दो थारू क्षेत्र के छह उपकेन्द्रों धुसकिया, चंदनचैकी, निझौटा, छेदिया पश्चिम, वनकटी एवं गौरीफन्टा में सभी दिन प्रसव सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

63 लाख से ज्यादा मानव दिवस का किया गया सृजन


समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के अन्र्तगत अबतक 62.28 लाख मानव दिवस के सृजन के लक्ष्य के सापेक्ष अबतक 63.45 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है जो वार्षिक लक्ष्य का 101.70 प्रतिशत है। कर करेत्तर में 30488.19 लाख की उपलब्धि अर्जित की गई। कोरोना काल के दौरान अधिक से अधिक प्रवासी मजदूरों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया।

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