एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में हुई टीबी के सभी एलटी और सभी सुपरवाइजर की ट्रेनिंग
टीवी के मरीजों के बेहतर इलाज के लिए सभी जांचें और दवाएं होती हैं निशुल्क
देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर खीरी। ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) के मरीजों की पहचान और उचित इलाज के मद्देनजर केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. विजय यादव ने एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान उनके साथ जिला क्षयरोग अधिकारी एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार गुप्ता भी मौजूद रहे।
अपने तीन दिवसीय दौरे पर लखीमपुर खीरी पहुंचे माइक्रो बायोलॉजिस्ट केजीएमयू लखनऊ डॉ. विजय यादव ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ट्रू नॉट और सीवी नॉट मशीनों की जांच की। जिसके बाद शुक्रवार को सभी सुपरवाइजर का प्रशिक्षण कराया गया। इस दौरान जिला क्षयरोग अधिकारी एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने ट्रेनिंग के दौरान बताया कि जिले में करीब 3637 संस्थागत और 898 प्राइवेट प्रैक्टिशनर के बात टीबी (ट्यूबरक्लोसिस) के मरीजों का इलाज चल रहा है। बेहतर सुविधाओं के लिए जिले में 14 ट्रू नॉट साइड तीन सीवी नॉट साइट बनाई गई हैं, जहां टीवी के मरीजों की बलगम की जांच होती है। गंभीर मरीजों के बेहतर इलाज के लिए 39 डीएमसी (बलगम जांच केंद्र) लखनऊ में संचालित हैं। सभी टीबी के मरीजों के बेहतर इलाज के लिए दवाओं की पर्याप्त मात्रा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला टीबी क्लीनिक पर मौजूद है। टीबी के लक्षण दिखने पर तत्काल जांच करानी चाहिए, जिससे न सिर्फ मरीज सुरक्षित रहता है बल्कि उसका परिवार भी सुरक्षित रहता है। इस दौरान ईक्यूए एलटी लखनऊ रजनीश दीक्षित, जिला कार्यक्रम समन्वयक शेखर बाजपेई और सीनियर लैब सुपरवाइजर संजय राय सहित हैडक्वाटर एलटी और सभी लैब सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
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