कोविड कंट्रोल रूम में सीएमओ ने लगाई पाठशाला, बताएं कोरोना सहित वर्तमान में चल रही बीमारियों के लक्षण और उपचार
कोविड कंट्रोल रूम में सीएमओ ने लगाई पाठशाला, बताएं कोरोना सहित वर्तमान में चल रही बीमारियों के लक्षण और उपचार
देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर खीरी। धनतेरस दीपावली और भाईदूज के त्यौहार को लेकर बाजार में उमड़ी भीड़ से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसी के साथ जिले में आई बाढ़ और मौसम में बदलाव के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और हैजा जैसी बीमारियों ने भी पैर पसारे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के आदेश पर सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने एकीकृत कोविड कमांड सेंटर में तैनात डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ सहित अन्य स्टाफ को उपरोक्त बीमारी व संक्रमण पर निगरानी रखने के बेहतर उपाय बताएं। जिससे हर एक आने वाले संदिग्ध की जांच और निगरानी हो सके। साथ ही निगरानी समितियों के साथ आपसी तालमेल को और अधिक बढ़ा कर काम करने के प्रति प्रेरित किया।
सीएमओ डॉक्टर शैलेंद्र भटनागर कोविड कमांड सेंटर में तैनात समस्त कर्मचारियों की पाठशाला लगाई। इस दौरान उन्होंने पीपीटी के माध्यम से डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ सहित अन्य स्टाफ को कोरोना के लक्षणों व संदिग्धों की पहचान करने के उपायों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि खांसी, जुखाम, बुखार सहित कई अन्य ऐसे लक्षण हैं जिनके माध्यम से कोरोना वायरस की पहचान की जा सकती है। इनमें शरीर दर्द अथवा सिर दर्द, सांस लेने में कठिनाई, सांस फूलना, स्वाद अथवा खुशबू की पहचान न कर पाना, बुखार के साथ दस्त, बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं। वहीं अगर खतरे की बात की जाए तो खतरे के लक्षण लगातार अनेक दिनों तक 101 से अधिक का बुखार रहना, सांस फूलना, सांस लेने में परेशानी होना, पल्स ऑक्सीमीटर से नापने पर ऑक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से कम होना, रोगी में मानसिक भ्रम की स्थिति बन जाना जैसे लक्षण शामिल हैं।
इसके बाद उन्होंने वर्तमान समय में प्रदेश में चल रहे अन्य संचारी रोगों के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इन्हें पहचानने के भी आसान तरीके हैं जैसे कि बुखार के साथ जाड़ा लगना मलेरिया का लक्षण है, बुखार के साथ जोड़ों में दर्द होना चिकनगुनिया का लक्षण है, बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते पड़ना अथवा रक्त स्राव होना डेंगू का लक्षण है, बुखार अल्पावधि की खासी सांस फूलना इत्यादि कोविड-19 के लक्षण हैं। मल के साथ खून आना पानी की कमी के लक्षण (त्वचा पर झुर्रियां पड़ना, आंखों का धसना, जीभ का सूखना इत्यादि) हैजा के लक्षण हैं। इन सभी के प्रति लोगों को जागरूक करना स्वास्थ्य कर्मियों का नैतिक दायित्व है। ग्राम समितियां, मोहल्ला समितियां और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जन-जन तक यह संदेश पहुंचाने की आवश्यकता है कि लक्षणों को पहचान कर उसकी जांच कराकर रोग की पुष्टि होने पर डॉक्टर की सलाह से दवाइयों का सेवन शुरू करें। सभी स्वास्थ्य टीमें मरीजों को औषधि किट वितरित करें। स्वास्थ्य समितियों को दीपावली के दृष्टिगत 25-25 औषधीय किट दी गई हैं।
इन नंबरों पर मिलेगा समस्याओं का समाधान
राज्य कंट्रोल रूम के नंबर- 1800-180-5145 सहित जिले में कोविड-19 कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 7269039532, 7269039540, 7269039586, 72 69039587, 8917009946 व 893309927 कोई भी व्यक्ति या लक्षण युक्त व्यक्ति संपर्क कर उपचार व सलाह प्राप्त कर सकता है। इसके साथ ही अपने निकटतम उप केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जाकर इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकता है आशा व आंगनबाड़ी से भी जानकारी प्राप्त कर सकता है प्रचार प्रसार के लिए निगरानी समितियों को पहले ही बनाया जा चुका है।
Comments
Post a Comment