दिसम्बर माह में लक्ष्य को पूरा करने के लिये सीडीओ ने स्वयं की परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा

दिसम्बर माह में लक्ष्य को पूरा करने के लिये सीडीओ ने स्वयं की परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा




सीएमओ, एसीएमओ और दोनों अस्पतालों के सीएमएस सहित सभी सीएससी प्रभारी रहे उपस्थित


देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क

लखीमपुर-खीरी। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत एक समीक्षा बैठक सीडीओ अनिल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित हुई। जिसमें महिला व पुरूष नसबंदी, अंतरा इंजेक्शन, गोल्डन कार्ड सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर समीक्ष की गयी। इस दौरान सीएमओ डा. शैलेन्द्र भटनागर, एसीएमओ डा. अश्विनी कुमार एसीएमओ डा. बीसी पंत, एसीएमओ डा. आरपी दीक्षित, एसीएमओ डा. कुलदीप आदिम, सीएमएस जिला पुरूष चिकित्सालय डा. एसके मिश्र व सीएमएस जिला महिला चिकित्सालय डा. ज्योति मेहरोत्रा  मुख्य रूप से उपस्थित रहे। 







  समीक्षा बैठक के दौरान ब्लाकवार सभी सीएचसी प्रभारियों से कार्यप्रगति जानी गयी। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 में अपै्रल से नवम्बर तक टार्गेट के अनुरूप किये गये कार्य की समीक्षा की गयी। महिला नसबंदी को लेकर समीक्षा बैठक में यह पाया गया कि नवम्बर माह में ब्लाक रमियाबेहड़ में 785, ब्लाक बिजुआ में 118 व ब्लाक पसगवां में 102 महिलाओं की नसबंदी की गयी। इसके अतिरिक्त सभी की स्थिति अच्छी नहीं है। जिसे माह दिसम्बर अंत तक सुधारने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त पुरूष नसबंदी में ब्लाक बांकेगंज में वित्तीय वर्ष में 4, फरधान में 3, बेहजम, कुंभी, मोहम्मदी, पलिया व रमियाबेहड़ में एक-एक पुरूष की न सबंदी की है जो लक्ष्य 16 के सापेक्ष 68.17 प्रतिशत के समकक्ष ही है। वहीं इस दौरान  गर्भ को रोकने लिये लगाये जाने वाले अंतरा इंजेक्शन को लेकर हुई समीक्षा में रमियाबेहड़ ने 510, निघासन ने 457, पलिया ने 385 और ईसानगर ने 384, जिला महिला अस्पताल 327 के अतिरिक्त किसी की भी स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। इस दौरान नसबंदी में 350 लोगों की नसबंदी करने को लेकर डा. सुनील कुमार, 228 नसबंदी करने के लिये डा. सतीश कुमार की सराहना की गयी। वहीं डा. आरके कोहली 84, डा. सुषमा सिह 80, डा. हर्ष भारती ने 62 नसबंदी आपरेशन किये हैं। वहीं इस दौरान जिला महिला चिकित्सालय में तैनात सर्जन डा. साहू को सभी सर्जन के साथ लगने वाले कैम्प में ट्रेनिंग के लिये भेजे जाने को लेकर सीएमएस महिला डा. ज्योति मेहरोत्रा को निर्देशित किया गया। इस दौरान आयुष्मान गोल्डन कार्ड को लेकर भी समीक्षा की गयी जिस पर सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि नसबंदी कैम्प में जाने वाले सभी सर्जन प्रत्येक मरीज से व्यक्ति रूप से यह जानकारी करें कि उसके पास आयुष्मान गोल्डन कार्ड है या नहीं। यदि नहीं तो उसे अवश्य सूचित करें। एनएसयू व एफएसटी के सुधार के लिये एएनएम व आशा को मोटीवेट करने के साथ-साथ उन्हें लक्ष्य के सापेक्ष कार्य करने के लिए प्रेरित करें। जिन एएनएम व आशा ने अपना लक्ष्य पूर्ण नहीं किया है उन पर विभागीय कार्यवाही संस्तुति करें। अच्छा कार्य करने वाली आशा व एएनएम को सम्मानित करें। वहीं सीएमओ डा. शैलेंद्र भटनागर ने कहा कि जिस क्षेत्र में भी गोल्डन कार्ड बनाये जा रहे हों वहां पर अधीक्षक स्वयं उपस्थित रहकर अपनी देख-रेख में कार्य को सम्पन्न कराये जिस पर गोल्डन कार्ड बनने की रफ्तार को और भी बढ़ाया जा सका। एसीएमओ डा. अश्विनी कुमार ने कहा कि फैमिली प्लानिंग में शिथिलता बरतने वाले अधीक्षकों का डाटा वह तैयार करा रहे हैं। हर एक बिंदु को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है। अगर दिसम्बर माह में लक्ष्य के सापेक्ष कार्य नही हुआ तो अधीक्षकों पर भी विभागीय कार्यवाही की जायेगी। वहीं एसीएमओ डा. बीसी पंत ने बताया कि आयुष्मान कार्ड में प्रदेश में लखीमपुर खीरी दूसरे स्थान पर है। परंतु यदि प्रतिशत की बात करें तो यह 73वां स्थान हो जाता है। ऐसे में इसे सुधारने की आवश्यकता है।

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