कोरोना- God, अल्लाह और भगवान के कहर से सीखे हर इंसान

कोरोना- God, अल्लाह और भगवान के कहर से सीखे हर इंसान


केडीएस न्यूज़डेस्क 
शिरीष श्रीवास्तव
‘‘कोराना के जरिये चीन पर अल्लाह का कहर बरपा है। क्योंकि उसने नमाज पर रोक लगा दी थी।’’
इस्लाम को मानने वाली एक मोहरतमा ने जल्दबाजी में यह बयान दे डाला था। पेशे से शिक्षिका थीं। मगर कोरोना कितना खतरनाक है और किस-किन देशों में कितने-कितनों को जद में ले चुका है शायद उन्हें अंदाजा भी नहीं था। ऐसे ही जाने कितने हिन्दू, इसाई और सिख कोरोना कहर के बीच कभी ईश्वर, कभी गॉड और कभी वाहे गुरु के नाम पर कट्टरवादी जुबान बोलने से बाज नहीं आते। दुनियां भर के इंसानों को लीलने के लिए खड़ी इस महामारी के बीच भी खुद के धर्म और मजहब को महान बताने में लगे हुए हैं। क्या इन धकियानूसी बातों से ईश्वर, अल्लाह, गॉड या वाहे गुरु इत्तेफाक रखते हैं। तो इसका जवाब है नहीं। यह महामारी कहां से आई? प्राकृतिक है या कोई जैव हथियार? यह फिलहाल सवालों के घेरे में है। पर इस बीमारी ने इंसानों को एक सबक सिखा दिया है। यदि हम कट्टरता भूल कर केवल इंसानियत पर ध्यान देते तो शायद आज ऊपर वाले का कहर हम पर न बरपता।
  कोरोना का पहला वार है धार्मिक कट्टरता पर। चीन को विशेष नास्तिक का दर्जा प्राप्त है। हालांकि वहां भगवान बुद्ध और अल्लाह को मानने वाले लोग भी हैं मगर उनकी तुलना नास्तिकों की तुलना में काफी कम है। कोरोना का पहला मामला भी चीन में ही आया था। चीन में अब तक 81218 लोग कोरोना का शिकार बन चुके हैं। इनमें 3281 लोगों की मौत हो चुकी है और अभी 1399 लोग गंभीर हालत में हैं।
  यदि आपको लगता है कि महज नास्तिकता के कारण चीन पर कोरोना का कहर बरप रहा है तो आप गलत हैं। दुनियां में सबसे ज्यादा कोरोना के शिकार बने हैं क्रिश्चियन देश। पहले नाम लेते हैं इटली का। यहां भले ही चीन से कम महज 69176 लोग कोरोना की चपेट में आये हों लेकिन सबसे ज्यादा मौतें इसी देश में हुई हैं। आज की तारीख तक कुल 6820 लोग इस वायरस की जद में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इतना ही नहीं 3393 लोग अभी भी इस वायरस के चलते जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। दूसरा नाम है विश्व के सर्वाधिक विकसित राष्ट्र यानी संयुक्त राज्य अमेरिका का। यहां भी 54935 लोग इसकी चपेट में हैं जिसमें से 784 लोग जान गंवा चुके हैं और 1175 लोग की जिंदगियां अभी भी जोखिम में हैं।
  अब बात करते हैं इस्लामिक देशों की। इस्लामिक देशों में सबसे बुरी हालत है ईरान की। कुल 24811 केसों में 1934 लोगों की जान जा चुकी है। ईराक में 316 लोग प्रभावित हैं जिनमें 27 की जिंदगी कोरोना ने छीन ली है। मिस्र के 402 मरीजों में 20 काल के गाल में समा चुके हैं। वहीं साउदी अरब में केवल एक ही मौत कोरोना से हुई है लेकिन यहां कुल कोरोना केस 767 हैं।

इस हालत में हैं हम और हमारे पड़ोसी
शुरुआत करते हैं अपने देश भारत से। यहां अब तक 562 लोगों को कोरोना के चलते भर्ती कराया गया है। जिसमें 10 लोग अपनी जानें गंवा चुके हैं। जनसंख्या के दृष्टि से दूसरे नंबर पर हमारा भारत है। इतनी जनसंख्या के बावजूद अभी के हालात फिलहाल चीन, इटली और अमेेरिका से फिलहाल बेहतर हैं। हमें प्रार्थना और दुआ करनी चाहिए कि हमारे देश के हालात और न बिगड़ें।
यदि बात हमारे चिरप्रतिद्वंदी देश पाकिस्तान की करें तो यहां 1000 लोग कोरोना से ़ प्रभावित हैं। इनमें से 7 ने दम तोड़ दिया है और 5 की हालत बेहद खराब है। अल्लाह के नाम पर आतंक फैलाने वाला हमारा यह पड़ोसी आज अपनी करतूतों के चलते अल्लाह का कहर झेल रहा है। भारत के पूर्व में स्थित बांग्लादेश में कोरोना के महज 39 केस ही सामने आए हैं। हालांकि इनमें पांच की मौत ने वहां की सरकार की चिंतायें बढ़ा दी हैं। नेपाल की शुरुआती कोशिशों का नतीजा है कि वहां सिर्फ तीन ही केस कोरोना के आए हैं जिनमें से एक की मौत हो चुकी है।
इसके अलावा श्रीलंका में 102, भूटान में दो और मालद्वीव में 13 लोग कोरोना की जद में हैं। पर यहां संतोषजनक बात है कि अभी तक एक भी मौत नहीं हुई है।

यह है पूरी दुनियां का हाल
कुल कोरोना पीडि़त - 4,25,039
कोरोना से हुईं मौतें - 18,941
कोरोना से बचने वाले लोगों की संख्या - 1,09,224
अस्पताल में भर्ती कोरोना पीडि़त - 2,96,874
कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या - 13,129

 ये आंकड़े समाचार लिखे जाने तक के हैंं।

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Source : https://www.worldometers.info/coronavirus/

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