Lakhimpur kheri - कोरोना सेवा भत्ता न मिलने से नाराज संविदा कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

कोरोना सेवा भत्ता न मिलने से नाराज संविदा कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध




राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का भी मिला समर्थन


देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क

लखीमपुर-खीरी, 26 मई। उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ की लखीमपुर ईकाई द्वारा जिले भर में कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का भी समर्थन प्राप्त है। कर्मचारी सरकार द्वारा सभी संविदा कर्मचारियों को करोना सेवा भत्ता न दिए जाने से नाराज हैं। वहीं अभी तक पिछली हड़ताल के बाद सहमति बनी मांगो पर भी सरकार में अमल नहीं किया है।




उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ लखीमपुर खीरी इकाई ने प्रदेश आवाहन पर जिले भर के कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यस्थल पर काला फीता बांधकर कार्य किया और अपना विरोध जताया क्योंकि कोरोना काल में नियमित कर्मचारियों की भांति संविदा कर्मचारियों ने भी कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है ऐसे में सिर्फ कुछ लोगों को कोरोना सेवा भत्ता दिया जाना सरकार की अनदेखी है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यह प्रदर्शन 25 मई से 30 मई तक चलना है। जिलाध्यक्ष विकास श्रीवास्तव ने बताया कि कर्मचारियों की नाराजगी का कारण सरकार द्वारा किया जा रहा पक्षपात है और  कोरोना काल में नियमित कर्मचारियों के साथ ही संविदा कर्मचारियों ने भी अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना के मरीजों की देखभाल की है। कोरोना जांच में सहयोग किया है। दबा बांटने में में सहयोग किया है। आज स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मचारियों की एक बड़ी संख्या है और पूरे कोरोना कॉल में सभी ने अपनी जान की परवाह किए बिना। लोगों की सेवा की है। हर कर्मचारी ने कोरोना काल में अपनी पूरी सेवा दी है। ऐसे में कोरोना सेवा भत्ता जो 25 परसेंट दिया जाना है वह सभी को मिलना चाहिए।

 इस दौरान जिला महामंत्री देवेंद्र पांडे ने बताया कि कर्मचारियों में इस बात की भी नाराजगी है की नियमितीकरण, वेतन विसंगति व समान कार्य समान वेतन सहित कई ऐसे मुद्दे थे जिन्हें लेकर संविदा कर्मचारियों ने प्रदेश आवाहन पर हड़ताल की थी और उसके बाद संविदा कर्मचारी संघ  व सरकार, स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी थी कि इन पर सकारात्मक कार्य जल्द किया जाएगा, परंतु बहुत लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार व अधिकारियों ने इन अहम मुद्दों पर न कोई विचार किया है और न ही कोई सकारात्मक जवाब दिया है यहां भी एक प्रमुख कारण है कर्मचारियों की नाराजगी का। यह प्रदर्शन 25 मई से लेकर 30 मई तक चलना है और सभी कर्मचारी प्रदेश कार्यकारिणी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। 

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