जहां-जहां किसानों का धरना होगा, वहां-वहां केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की होती रहेगी मांग
जहां-जहां किसानों का धरना होगा, वहां-वहां केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की होती रहेगी मांग
लखीमपुर खीरी। सरकार को लखीमपुर खीरी तिकुनिया हिंसा कांड के पीड़ितों को न्याय देने की पहल करनी चाहिए। घायलों को मुआवजा मिलना चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा किसानों के लिए संघर्ष करेगा। जहां जहां किसानों का धरना होगा वहां वहां केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग होती रहेगी अगर धरने की जरूरत पड़ी तो धरना भी दिया जाएगा उपरोक्त बातें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए कही उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश हुकूमत से दिल्ली में बातचीत होगी तो मंत्री की बर्खास्तगी की बात प्रमुखता से रखी जाएगी।
राकेश टिकैत शहर के गढ़ी मिदनीया स्थित गोल्डन मैरिज लॉन पहुंचे, जहां राकेश टिकैत के साथ राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कई संगठनों के लोग भी मौजूद रहे, इस दौरान राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कहा कि पूरे देश और दुनिया में बनबीरपुर हिंसा जैसी खतरनाक घटना नहीं हो सकती, पीड़ित पक्ष को अब तक न्याय नहीं मिला है, जहां हिंसा के दौरान घायलों को तय किया गया मुआवजा,पीड़ित पक्ष को नौकरी, जेल में बंद किसान, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी पर सवाल खड़े किए । राकेश टिकैत ने कहा जब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बर्खास्त नहीं होते तब तक लखीमपुर खीरी में हुई घटना के प्रकरण को प्रभावित करता रहेगा, इसके लिए अधिकारियों से मिलकर बातचीत की गई । प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए आश्वासन दिया है।, राकेश टिकैत ने कहा इलेक्शन के पहले इस मामले को लेकर अधिकारियों से बात हुई थी जिसका अब तक कोई असर नहीं हुआ, जिस संबंध में आज अधिकारियों से वार्ता हुई है जिन्होंने आश्वासन दिया है कि मृतक परिवार को असलहे का लाइसेंस,नोकरी और सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर की जाएगी।
3 अक्टूबर तिकुनिया कांड केस में जेल में बंदऔर मारे गए किसानों के परिवार वालों के साथ राकेश डकैत ने मीटिंग की मीटिंग के 5 लोगों की टीम गठित हुई जिसके बाद जिला प्रशासन से जाकर मुलाकात की मुलाकात के दौरान भारती संयुक्त किसान यूनियन के नेताओं ने जेल में बन्द परिवार वालों की सुरक्षा व्यवस्था और मारे गए किसान के परिवार वालों को नौकरी के लिए बात की। जिस पर प्रशासन ने आश्वासन दिया है।
फोटो परिवार वालों से बात करते राकेश टिकैत
राकेश टिकैत की अगुवाई में 23 किसानों का जत्था खीरी पहुंचा टीम गठित होने के बाद 5 लोग डीएम और एसपी से मुलाकात करने के लिए पहुंचे।डीएम-एसपी, एएसपी, एडीएम के साथ लगभग 40 मिनट एसकेएम की बैठक चली।टिकैत ने खीरी कांड के घायलों को मुआवजे व नौकरी का सवाल उठाया डीएम ने कहा कि मुआवजे की फाइल शासन के पास भेज दी गई है डीएम ने कहा कि चीनी मिल में नोकरी मिल जाए गी। पीड़ित परिवार अगर असलहे के लाइसेंस के आवेदन करेंगे तो लाइसेंस मिल जाएगा।
3 अक्टूबर को तिकुनिया कांड मामले में जेल में बंद किसान और मारे गए किसान के परिवार वालों के साथ राकेश डकैत की मीटिंग हुई।जो लगभग एक घंटा चली। वही पीड़ित परिवार वाले जहां मीटिंग से पहले राकेश डकैत पर सवाल खड़े कर रहे थे वह परिवार वाले मीटिंग के बाद लहजा बदलते हुए नजर आए।जेल गए किसान के परिवार और मारे गए किसान के परिवार वालों ने मीटिंग से पहले कहा कि कहा सिर्फ सात महीने से सिर्फ बैठकें हो रही हैं।खीरी कांड में जेल भेजे गए किसानों के परिजन असंतुष्ट नजर आए परिवार वालें ने कहा कि सात महीने से सिर्फ किसान यूनियन की बैठकें हो रहीं मारे गए किसान और जेल में बंद किसान के घरवालों से एक घंटा बातचीत हुई लेकिन जब बातचीत के बाद किसान नेता जिला प्रशासन से मिलने चले गए प्रशासन के मिलने के बाद जेल में बंद किसान और मारे गए किसान के परिवार वालों से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन लोगों ने बातचीत करने से इंकार कर दिया जो पीड़ित परिवार टिकेत से साथ मीटिंग के पहले खुल कर बात कर रहे थे वही मीटिंग के बाद पत्रकारों से कन्नी काटते हुए नजर आए।
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