अगर आपने नहीं देखा है कोरोना वायरस तो इन बच्चों की पेंटिंग जरूर देखें

अगर आपने नहीं देखा है कोरोना वायरस तो इन बच्चों की पेंटिंग जरूर देखें


अलका आशीष
केडीएस न्यूज़डेस्क- वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर देश में उपजे संकट के बाद देश के प्रधानमंत्री ने खुद लोगों से कोरोना के खतरे को समझकर अपने घरों में रहने की अपील की है। इसके बावजूद देश के कई हिस्सों से कुछ ऐसी खबरें भी आई जो पूरे देश की कोरोना से लड़ाई में सेंध लगाने वाली थीं। देशभर में जहां अलग-अलग प्रदेशों में लॉक डाउन किया गया है तो वहीं पंजाब सरकार ने कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। ऐसे में अगर अब भी इस बीमारी व इस वायरस की गंभीरता को नहीं समझा गया तो यह विकराल रूप ले सकती है। इसी बात को समझाने का प्रयास कोलकाता में रहने वाले दो छोटे-छोटे बच्चों ने किया है। उन्होंने कोरोना वायरस को ड्राइंग के माध्यम से बना कर लोगों को कोरोनावायरस के खतरे से आगाह करने का प्रयास किया है। कोलकाता में रह रहे यह दोनों बच्चे उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले हैं।

देश के प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना वायरस को लेकर देश की आवाम को समझाई जा रही बातें कुछ लोगों की समझ में नहीं आ रही हैं। ऐसे में शासन और प्रशासन द्वारा उन लोगों पर शक्ति की जा रही है। कई प्रदेशों में जहां लॉक डाउन के दौरान लोगों पर कार्रवाई हुई है तो वहीं पंजाब सरकार ने गंभीरता को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो करीब 16 जिलों में लॉक डाउन कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी भी लॉक डाउन कर दी गई है पूरे देश में रेलवे की यात्री सेवाएं बंद कर दी गई हैं रोडवेज सेवाएं भी बंद है उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां भी रोडवेज बंद कर दी गई है उत्तर प्रदेश को अलग-अलग राज्यों से जोड़ने वाली सभी बस सेवाएं बंद कर दी गई है़ं। कोलकाता की बात करें तो यहां भी कोरोना का बेहद असर दिख रहा है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कोलकाता में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सख्ती बरती है। प्राइवेट कंपनी, सरकारी विभाग करीब करीब सब कुछ बंद है। लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है इसके बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जो कोरोना वायरस की गंभीरता को संजीदगी से नहीं ले रहे हैं। ऐसे लोगों को समझाने का इन दो नन्हे-मुन्ने ने बीड़ा उठाया है, जी हां हम सही कह रहे हैं उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर निवासी शिवदान श्रीवास्तव के दो पुत्र कुशाग्र श्रीवास्तव व कार्तिक श्रीवास्तव है, शिवदान श्रीवास्तव एक निजी कंपनी में काम करते हैं और वह इस समय कोलकाता में तैनात हैं। दोनों बच्चे कोलकाता के स्कूलों में ही शिक्षा ले रहे हैं। लगातार कोरोना वायरस की खबरों को टीवी पर देखने के बाद इन दोनों बच्चों में कोरोनावायरस को समझने की जिज्ञासा पैदा हुई। जिसके बाद पिता व माता दुर्गेश नंदनी श्रीवास्तव द्वारा दोनों बच्चों को कोरोना के बारे में समझाया गया।



दोनों जिज्ञासु बच्चों ने कोरोना को समझने के बाद उसे अपनी ड्राइंग के माध्यम से कागज पर उतारने का प्रयास किया। इन दोनों बच्चों ने कोरोना की जो पेंटिंग बनाई है उसे देखकर आप भी इन बच्चों की प्रशंसा करने से नहीं रुक पाएंगे। दोनों ही बच्चों द्वारा कोरोना की तस्वीर के साथ अपने नन्हे-नन्हे हाथों से उससे प्रभावित इंसानों की ड्राइंग भी बनाई गई है, जो अपने आप में कोरोना के बड़े खतरे से लोगों को आगाह कर रही हैं। इन बच्चों की कोरोना पेंटिंग देश के प्रधानमंत्री के विश्वास को और बल देने का काम कर रही है।


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