नवजात बच्ची व उसकी मांं लापता हो गई या हो चुकी है मौत

नवजात बच्ची व उसकी मांं लापता हो गई या हो चुकी है मौत 


अस्पताल के मुताबिक स्वस्थ थे जच्चा - बच्चा
ससुरालियों ने बताया था मृत जन्मी थी बेटी
जांच की बात कहकर पांच दिन से खामोश है पुलिस


कमलेश जायसवाल
धौरहरा खीरी। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में नवजात बेटी व उसकी मां की मौत के मामले में छठे दिन भी पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से मृतका के परिजन नाराज हैं आरोप है कि पुलिस पूरे मामले को निपटाने में लगी है आलम यह है कि पुलिस नवजात बच्ची को ढूंढने का प्रयास तक नहीं कर रही। पूरे मामले में कई ऐसे पेश है जिनको सुलझा जाना बेहद जरूरी है परंतु पुलिस की लचर कार्यशैली के चलते लोगों में आक्रोश है।

धौरहरा कोतवाली के लालापुरवा मजरा जुगुनूपुर में बुधवार को संदेहास्पद स्थिति में नवजात बेटी और माँ की मौत मामले में पुलिस छठवें दिन भी मौन है। इस बीच मृतका के परिवारीजनों से लेकर मीडिया तक को "डील" करने की कोशिश में दलालों का गिरोह सक्रिय है। तंत्र की लापरवाही का आलम ये है कि गंभीर आरोपों के बावजूद पुलिस ने उस नवजात बच्ची का शव ढूढने तक की कोशिश नहीं की जिसे आरोपितों ने मृत जन्मी बताया था लेकिन अस्पताल के रिकार्ड के मुताबिक वह जीवित और स्वस्थ जन्मी थी। बता दें कि बुधवार को लालापुरवा निवासी बबलू की पत्नी पप्पी देवी ने धौरहरा के सरकारी अस्पताल में एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया था। सीएचसी अधीक्षक डॉ सुभाष वर्मा के मुताबिक प्रसव के दौरान मां बेटी दोनों स्वस्थ थीं। उन्हें रात तीन बजे उसके पति व परिवारीजन डिस्चार्ज करवा कर ले गए थे। लेकिन इसके दो घंटे बाद सुबह पांच बजे पप्पी के ससुरालीजनों ने उसके पिता खमरिया तमोलीपुर निवासी श्रीकृष्ण को पप्पी की मौत और मृत बेटी पैदा होने की सूचना फोन पर दी थी। मामला बृहस्पतिवार को पुलिस तक पहुंचा और वहां भी पप्पी के पति बबलू और उसके परिवारीजनों ने मृत बेटी के जन्म लेने का बयान दिया। इसके दूसरे दिन अस्पताल के रिकार्ड और अधीक्षक के बयान से यह प्रमाणित हुआ कि पप्पी ने मृत नहीं एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया था तब भी कोतवाली पुलिस ने नवजात का शव तलाश करने की जहमत नहीं उठाई। ऐसा तब था जब पप्पी के ससुराल वालों का झूठ प्रमाणित हो चुका था और नवजात को वह लोग रात में ही दफना देने की बात कह रहे थे। बृहस्पतिवार को इस विषय में पूछे जाने पर कोतवाल हरिओम श्रीवास्तव ने खुद को प्रकरण से अनजान दर्शाते हुए पता करवा लेता हूँ कहकर पल्ला झाड़ लिया था। इसी दिन सीओ अभिषेक प्रताप ने कहा था कि वह जांच करवा रहे हैं और अपराध की दशा में कार्रवाई होगी। मृतका पप्पी के पिता श्रीकृष्ण का एक गंभीर आरोप यह भी है कि पोस्टमार्टम के समय खेल करने के लिए कुछ लोगों ने डबल क्रॉस कर रुपये बटोरे। मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पर मायूस पिता श्रीकृष्ण ने प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है। लेकिन सोमवार तक एक नवजात और उसकी मां की न्याय मांगती चीखें प्रशासन के कानों तक नहीं पहुंचीं।

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