नगर पालिका के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया नलकूप चालक
नगर पालिका नलकूप चालक की हुई संदिग्ध मौत
देव श्रीवास्तव
केडीएस न्यूज नेटवर्क
लखीमपुर-खीरी। शहर के आवास विकास मोहल्ले में नगर पालिका के लगे हुए नलकूप पर तैनात चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार की रात मौत हो गई। प्रथम दृष्टया डॉक्टरों के अनुसार मौत के पीछे का कारण करंट लगना बताया जा रहा है। घटना के बाद से नगरपालिका के कर्मचारियों में खासा आक्रोश है। वहीं मृतक के भाई ने नगर पालिका पर सुरक्षा उपकरण न देने व मानदेय में भी गड़बड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नौरंगाबाद निवासी प्रदीप श्रीवास्तव (30) नगर पालिका लखीमपुर खीरी में नलकूप चालक हैं। वह आवास विकास स्थित नलकूप पर ऑपरेटर थे। मंगलवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में प्रदीप की मौत हो गई। प्रदीप की मौत के बाद नलकूप चालकों में खासा आक्रोश है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नगरपालिका पर नलकूप चालकों ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं मृतक के भाई संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदीप की मौत पूरी तरह से संदिग्ध है। डॉक्टरों ने बताया है शरीर नीला पड़ गया है या तो करंट लगा है या तो जहर दिया गया है। हालांकि इस बात का खुलासा तो पोस्टमार्टम के बाद ही हो पाएगा, परंतु एक नलकूप चालक की संदिग्ध मौत के बाद नगर पालिका पर जो आरोप लगे हैं वह बेहद गंभीर हैं। नगरपालिका पर अपने नलकूप चालकों को सुरक्षा उपकरण न देने, समय से मानदेय न देने, के साथ ही मानदेय में खिलवाड़ किए जाने के गंभीर आरोप लगे हैं। कुल मिलाकर प्रदीप की मौत का सही कारण तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा, परंतु प्रदीप की मौत में नगर पालिका के जिस भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया है उस पर भविष्य में क्या होने वाला है यह जरूर सोचने का विषय है। अगर नगर पालिका के अधिकारी अपने छोटे कर्मचारियों के साथ इस तरह का खिलवाड़ कर रहे हैं तो निश्चित तौर पर मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। जिससे कोई और प्रदीप इसका शिकार न हो।
Comments
Post a Comment