समाज सेवी संगठन ने दूर कर दी लाचार पिता की बेटी की शादी की चिंता

समाज सेवी संगठन ने दूर कर दी लाचार पिता की बेटी की शादी की चिंता




बिटिया के हाथ पीले कराने को लेकर आगे आया एफएफई ग्रुप


हजारों की सहायता राशि की सौंपी चेक, भावुक हुए पिता'सचित्र" 

अंकुर श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क

लखीमपुर-खीरी। एक समय था जब अपने हुनर से प्रदेश के कई जिलों में अपनी छाप छोड़कर अपने रुतबे को कायम रखने वाले एक भारोत्तोलक ने कभी ये नहीं सोचा होगा कि उनकी बेटी के हाथ पीले करने के लिए लोगों के सामने हाथ फैलाने पड़ेंगे। समय ने कुछ ऐसी करवट ली कि बीमारी से जूझ रहे भारोत्तोलक के पास दवा कराने के तक के पैसे नहीं रहे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। अपनी बेटी के हाथ पीले करने की समस्या को उन्होंने एफएफई ग्रुप के सदस्यों से जब साझा की। ग्रुप के सदस्यों ने बिटिया के हाथ पीले करने के लिए हजारों रुपये की सहायता राशि की चेक पिता को सौंपी, जिसे लेकर वह बेहद की भावुक हो गये।


बता दें कि अपने समय के हीरो कहे जाने वाले भारोत्तोलक हरेराम निगम ने प्रदेश के कई हिस्सों में होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर कई मेडल अपने नाम करते हुए प्रदेश का नाम रोशन किया था। लेकिन समय ने जब एकाएक करवट बदली तो श्री निगम का जीवन परेशानियों से घिरने लगा। धीरे-धीरे भारोत्तोलक श्री निगम गुर्दे की समस्या से ग्रसित हो गये। जिसके बाद उनके इलाज के लिए उनकी पत्नी ने कई जतन किये। घर की कीमती से कीमती सामान बेंचकर उनके गुर्दे का इलाज कराया लेकिन यह समस्या समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही थी। इधर जो दूसरी समस्या सामने थी वह थी बिटिया के हाथ पीले करने की। लेकिन श्री निगम ने अपनी बिटिया के हाथ पीले करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते थे। बिटिया का रिश्ता तय हो गया था लेकिन अब जो समस्या थी वह थी बारातियों के स्वागत सतकार की। बेशक दुल्हे व दुल्हे के परिजनों ने श्री निगम से केवल दहेज में उनकी बेटी ही मांगी हो लेकिन बारातियों के खान पान की समस्या मुंह उठाये हुए खड़ी थी। बता दें कि जब श्री निगम को कहीं से कुछ भी उम्मीद नहीं दिखायी दी तो उन्होंने फ्रैंड्स फार एवर फाउंडेशन के सदस्यों से इस बात की समस्या को साझा किया। जहां एक तरफ 10 दिसम्बर को बिटिया की शादी होने की डेट तय थी वहीं कम समय में ज्यादा से ज्यादा राशि एकत्र करना ग्रुप के सदस्यों के लिए भी बड़ी बात थी। इधर ग्रुप के अध्यक्ष राजपाल सिंह व सचिव ऋषभ त्यागी ने पूरे मामले को ग्रुप में साझा किया, और सभी से ज्यादा से ज्यादा सहायता करने की अपील की। जिसके बाद ग्रुप के लगभग 70 से ज्यादा लोगों ने बिटिया की शादी के लिए अपनी-अपनी योगदान राशि ग्रुप के एकाउंट में जमा करानी शुरू कर दी थी। केवल पांच से छ: दिनों के बीच करीब 50 हजार से ज्यादा की धनराशि ग्रुप के खाते में जमा हो चुकी थी। इधर धनराशि एकत्र होने के बाद बीती शाम श्री निगम के घर पहुंचे ग्रुप के सदस्यों ने सहायता राशि की चेक सौंपते हुए हर सम्भव मदद का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर फ्रेंड्स फार एवर के एक प्रतिनिधि मंडल में अनुराग बंसल, मनमीत सिंह मिंटू, शशांक शुक्ला मोनू, मनोज श्रीवास्तव वैभव, बाबी बक्शी, हरि तापडिया आदि लोग मौजूद थे। इतना ही नहीं ग्रुप के सदस्योें ने बिटिया को आशीर्वाद भी दिया। इधर फ्रेंड्स फार एवर ग्रुप का आभार प्रकट करते हुए हरे राम निगम बहुत भावुक हो गए ।


बाबुल का घर छोड़कर अपने पीहर के साथ बिदा हो जायेगी प्रियंका


लखीमपुर-खीरी। हम जिस प्रियंका निगम की बात कर रहे हैं वह ही हैं भारोत्तोलक हरेराम निगम की सुपुत्री। गुरुवार को अपने नये जीवन का आगाज करते हुए शुक्रवार की सुबह अपने बाबुल का घर छोड़कर अपने पीहर के साथ विदा हो जायेंगी। बता दें कि श्री निगम ने अपनी पुत्री प्रियंका का विवाह जौनपुर के निवासी अभिषेक श्रीवास्तव के साथ तय किया है। ज्ञात हो कि 10 को विवाह होने के उपरान्त 11 को विदाई समारोह का कार्यक्रम रखा गया है जिसके बाद बिटिया अपने नये जीवन में पहला कदम रखेगी।


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