करुणा फाउंडेशन ने वाल्मीकि आश्रम में शिक्षा से वंचित बेटियों के बीच करवाई प्रतियोगिताएं
देव श्रीवास्तव केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर। सावित्री बाई फुले की जयंती के उपलक्ष्य में करुणा फाउंडेशन ने वाल्मीकि आश्रम में शिक्षा से वंचित बेटियों के बीच, बेटियों में शिक्षा की उपयोगिता विषय पर गोष्टी के साथ सावित्री बाई फुले के जीवन में उनके संघर्ष पर निबंध प्रतियोगिता, म्यूजिकल चेयर गेम, भाषण प्रतियोगिता, तथा करुणा फाउंडेशन की अध्यक्ष वैशाली ने 62 बच्चों को पाठ्य सामग्री, प्रदान की गई।
करुणा फाउंडेशन की अध्यक्ष वैशाली ने बताया गोष्टी वरिष्ठ समाज सेवा श्याम किशोर बेचैन अध्यक्ष परिवर्तन, यूटोवर श्यामसिंह, राज वाल्मीकि अध्यक्ष दिशा परिवर्तन फाउंडेशन, शिवराज सिंह वाल्मीकि अध्यक्ष वाल्मीकि महासभा, आकाश सिंह अध्यक्ष वाल्मीकि पर्यावरण सेवा संस्थान, कुलदीप वाल्मीकि पूर्व संचालक सेलरी ओनर सोसाइटी, ने सावित्री बाई फुले ने विचार रखे तथा संस्था द्वारा उन्हें प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
गोष्टी की अध्यक्षता करते हुए चन्दन लाल वाल्मीकि राष्ट्रीय महासचिव महादलित परिसंघ कहा कि सावित्री बाई फुले का जीवन अत्यंत संघर्ष मय रहा। उन्होंने बेटियों की शिक्षा के लिय स्कूल तो खुलवाए ही उसके साथ अस्पताल भी खुलवाए।
छूआ छूत, बाल विवाह, पुनर्विवाह के लिय भी कार्य किये।
सावित्री बाई फुले के बढ़ते समाज सेवा के लिय पहली बार ब्र्टिश सरकार ने 1852 में सर्व श्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान दिया। मजदूरों को शिक्षित करने के लिए रात्रि विद्यालय भी खुलवाए।
महाराष्ट्र के पुणे में सावित्री बाई फुले विश्विद्यालय हम सब के लिए गौरवान्वित महसूस करती है।
वैशाली अध्यक्ष करुणा फाउंडेशन ने बताया कि सावित्री बाई फुले के जीवन पर भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साक्षी सिंह को मिला, निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान किट्टू वाल्मीकि, दूसरे स्थान पर आकांक्षा, तीसरे स्थान पर जतिन सिंह रहे।
म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता में सादगी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर कुलदीप वाल्मीकि, संस्था की सचिव ज्योति लाल, कोषाध्यक्ष सरोज कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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